बड़ी खबर : 2024 से डीजल बसें हो जाएंगी प्रतिबंधित
प्रदूषण नियंत्रण के लिए यह पहल की जा रही है। डीजल कार चलाना सस्ता पड़ता है।इसमें माइलेज ज्यादा मिलता है। पर प्रदूषण अधिक फैलाते हैं।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। डीजल पोल्यूशन से बढ़ती परेशानियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसे बढ़ावा नहीं देना चाहती। इसलिए 2024 तक डीजल बसों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। भारत आगामी 2070 के शुद्ध शून्य लक्ष्य को प्राप्त करने के अपने लक्ष्य पर तेजी से काम कर रहा है।
सूचना के अनुसार सरकार प्रदूषण नियंत्रण के लिए ऐसे वाहनों पर बड़ा फैसला करने पर विचार-विमर्श कर रही है। यह फैसला डीजल से चलने वाले 4 व्हीलर्स पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव सरकार के पास पहुंच गया है।
दोनों इंधनों में ज्यादा अंतर नहीं
बता दें कि पहले डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बहुत अंतर रहता था। तब पेट्रोल की बजाय डीजल कार की मांग थी। क्योंकि यह सस्ता पड़ता है। वहीं डीजल कार में माइलेज ज्यादा मिलता है। इसमें एक बड़ी दिक्कत है कि डीजल प्रदूषण फैलाता है।
2070 तक प्रदूषण का शुद्ध शून्य लक्ष्य
योजना के अनुसार, भारत की बड़ी प्लानिंग में आगामी 2070 के प्रदूषण के शुद्ध शून्य लक्ष्य को प्राप्त करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है, लेकिन इसके लिए कुछ ख़ास तैयारियों की जरूरत है। लक्ष्य के लिए तैयार रिपोर्ट में बताया गया है कि, अगले साल से सिटी ट्रांसपोर्टेशन में कोई भी डीजल बसें नहीं रखी जाएगी। वहीं 2030 तक ऐसी किसी भी सिटी बस को शामिल नहीं किया जाएगा जो कि इलेक्ट्रिक नहीं हैं।