धर्मांतरण के लिए राज्य सरकार के साथ हिन्दू खुद ही जिम्मेदार- स्वामी निश्चलानंद सरस्वती

गोवर्धन मठ पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने छत्तीसगढ़ में बढ़ते धर्मांतरण के सवाल पर मीडिया को जवाब दे रहे थे।

धर्मांतरण के लिए राज्य सरकार के साथ हिन्दू खुद ही जिम्मेदार- स्वामी निश्चलानंद सरस्वती

रायपुर, जनजागरुकता। गोवर्धन मठ पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने छत्तीसगढ़ में बढ़ते धर्मांतरण के लिए राज्य सरकार और राज्यपाल को दोषी माना है। राज्यपाल और राज्य सरकार अपने दायित्व का निर्वाहन नहीं करते हैं, इसलिए धर्मांतरण बढ़ रहा है। हिन्दुओं को सेवा के नाम पर अल्पसंख्यक बनाया जा रहा है। इसके लिए हिन्दू खुद ही जिम्मेदार हैं।

धर्मांतरण को रोकना सरकार का काम

छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रवास के दौरान गोवर्धन मठ पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने एक प्रेस कांफ्रेस में प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण को रोकना सरकार का काम है। लेकिन राज्य सरकार अनदेखी कर रही है। इस पर नजर रखना राज्यपाल का काम है। इसलिए दोनों ही जिम्मेदार हैं। इस समस्या का निदान मिलकर करना चाहिए। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि इसके लिए एक समिति का गठन करें। जिसमें विधायक, सांसद और पार्षद को जोड़िए। उनसे हर तीन महीने में उनके कार्यों के बारे में जानकारी लीजिए। 

राजनीति राजधर्म का ही नाम

जय श्री राम के नाम पर सियासत पर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म की सीमा का अतिक्रमण कर राजनीति नहीं करनी चाहिए। इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। राजनीति राजधर्म का ही नाम है। परोपकार, सेवा और संयम धर्म की सीमा है। 

‘मैं हस्ताक्षर कर देता तो उसी समय मंदिर बन जाता’

राम मंदिर निर्माण के सवाल पर पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि अभी पीएम मोदी और सीएम योगी श्रेय ले रहे हैं। यदि नरसिंह राव के कार्यकाल में ‘मैं हस्ताक्षर कर देता तो उसी समय मंदिर और मस्जिद बन जाता’। 

किसी को भी शंकराचार्य थोड़ी ही मान लेंगे

शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने रायपुर में 16 जून को होने वाले धर्मसभा में तीन मठों के मठाधीशों के आने पर कहा कि उन्हें मान्यता आप देंगे? कोई भी शंकराचार्य बनकर आ जाएगा तो उसे शंकराचार्य थोड़ी ही मान लेंगे। पूर्व में शंकराचार्य ने अपने जीवन काल में किसी को जीवित समय में शंकराचार्य घोषित नहीं किया, पुराने तो मेरे परिचित थे। नए मेरे परिचित नहीं हैं।

धर्म सभा 16 जून को, 21 हजार लोग शामिल होंगे- बसंत अग्रवाल

समाजसेवी बसंत अग्रवाल ने बताया कि रावाभाठा में शंकाराचार्य के राष्ट्रोत्कर्ष दिवस पर 81वां प्राकट्य महोत्सव मनाया जाएगा। 16 जून को महाराज के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना के लिए रुद्राभिषेक एवं कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसमें 11 हजार लोग शामिल होंगे। इसके साथ ही शंकराचार्य आश्रम में धर्म सभा का आयोजन होगा। इसमें 21 हजार लोग शामिल होंगे।

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