मां.. दुनिया का सबसे प्यारा, सबसे न्यारा और सबसे खूबसूरत शब्द..

मदर्स डे- मां के लिए हर दिन समर्पित है। त्याग, तपस्या और समर्पण की साक्षात मूर्ति है। मां.. शब्द अपने आप में पूरी दुनिया है। मां जननी है, सृष्टि को चलाने वाली है। ईश्वर का पूरा रूप है मां..।

मां.. दुनिया का सबसे प्यारा, सबसे न्यारा और सबसे खूबसूरत शब्द..

नीरज उपाध्याय

ये शब्द ही है ..जो दिल से ..भाव के साथ गुंजता है आसमान पर.. मां..मां.. ओ..मां,

उमड़ पड़ता है प्यार, दुलार, ममता.. मां अनमोल है.. 

अधूरा है वो घर जहां मां नहीं.. सूना है संसार मां के बगैर.. भविष्य की चिंता.. न रात के अंधेरे का.. जीवन का उजाला है मां.. दुख हरण है, सुकुन है.. छांव है.. जीवन की राह है मां.. मां के बगैर मेरी दुनिया अधूरी है.. मां..मां.. ओ मां..।

जनजागरुकता, विशेष। मां के लिए हर दिन समर्पित है। त्याग, तपस्या और समर्पण की साक्षात मूर्ति है। मां के लिए किसी एक दिन को बांधना किसी भी रूप में सहीं नहीं, मां के लिए कोई शब्द ही नहीं है दुनिया में.. मां का वर्णन कर पाना असंभव है.. 

मां.. शब्द अपने आप में पूरी दुनिया है। मां जननी है, सृष्टि को चलाने वाली है। ईश्वर को देख पाना असंभव है, पर धरती पर एक मां ही होती है जो ईश्वर का पूरा रूप है। मां की भावनाएं ही बच्चे का भविष्य बनाती है। 

..पर दुनिया में हैं तो भाव भी प्रकट करना पड़ता है। इसलिए मां के लिए स्पेशल दिन, 14 मई "मदर्स डे" के रूप में मनाते हैं.. इसका तर्क है कि आज के भागमभाग जिंदगी में लोग अपनी मां के लिए भी समय नहीं निकाल पाते। ऐसे में मदर्स डे के रूप में ऐसे लोगों को अपनी भावनाएं व्यक्त करने का मौका देता है।

विश्व भर में, मई में अवसर आता है जब जिंदगी के हर कदम पर मां की असाधारण भूमिका और उनके योगदान के लिए उनका मान, सम्मान के साथ दुनिया को जानने, समझने और जीवन जीने की कला सिखाने के लिए आभार प्रकट किया जाता है।

इस बार मदर्स डे 14 मई, रविवार को मनाया जा रहा है। आज के बदलते समय में माताएं भी बहुत ही फ्रेंडली हो गई हैं। आज के समय के अनुसार इस दिन को यादगार बनाया जा सकता है। 

संयुक्त राष्ट्र ने भी माना..

संयुक्त राष्ट्र भी मानता है कि ‘मातृ दिवस’ का अवसर ध्यान दिलाया है कि आभार, कृतज्ञता और ऐसी अन्य भावनाओं की भी अपनी सीमाएं हैं, और सही मायने में मांओं के लिए वास्तविकता के धरातल पर हरसम्भव समर्थन सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है।

सुधिपाठकों की भावनाएं भी प्रकाशित..

"जनजागरुकता मीडिया" janjaagrukta.com ने "मदर्स डे" पर अपने सुधिपाठकों से अपनी मां के प्रति भावनाएं व्यक्त करने का अवसर दिया है। बड़ी संख्या में पाठकों की भावनाएं अनेक रूपों में हम तक पहुंची है। हम इसे भी प्रकाशित कर रहे हैं।

janjaagrukta.com