संसद सत्र : मणिपुर पर विपक्ष ने पीएम को घेरा, राहुल गांधी ने कहा- पीएम के लिए मणिपुर भारत नहीं है

संसद में राहुल गांधी के भाषण पर हंगामा, नोंक-झोंक हुआ। इस दौरान स्पीकर ने विपक्ष को संयमित बोलने के लिए बार-बार हिदायत देते रहे।

संसद सत्र : मणिपुर पर विपक्ष ने पीएम को घेरा, राहुल गांधी ने कहा- पीएम के लिए मणिपुर भारत नहीं है

 

नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। केन्द्र सरकार बुधवार यानी आज अपने दूसरे कार्यकाल में पहले अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही है। सरकार के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, भारत छोड़ो के नारे लगने लगे। 

राहुल ने कहा कि अध्यक्ष महोदय सबसे पहले मैं आपको मुझे लोकसभा के सांसद के रूप में बहाल करने के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं। जब मैंने पिछली बार बात की थी तो शायद मैंने आपको परेशानी दी थी क्योंकि मैंने अडानी पर ध्यान केंद्रित किया था, शायद आपके वरिष्ठ नेता को दुख हुआ, उस दर्द का असर आप पर भी हुआ होगा। इसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं लेकिन मैंने सच बोला।

उन्होंने कहा कि आज भाजपा के मेरे दोस्तों को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज मेरा भाषण अडानी पर केंद्रित नहीं है। इसके बाद हंगामा होने लगा तो कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि इन्हें अभी भी कष्ट हो रहा है।

मणिपुर को आपने दो भाग में बांट दिया

राहुल ने कहा कि कुछ ही दिन पहले मैं मणिपुर गया। हमारे प्रधानमंत्री आज तक नहीं गए क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मणिपुर में हिंदुस्तान का कत्ल होने का जैसे ही राहुल गांधी ने आरोप लगाया, लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। राहुल ने कहा जैसे मैंने शुरुआत में कहा था कि भारत एक आवाज है। उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की। मैंने मणिपुर शब्द प्रयोग किया, लेकिन आज की सच्चाई यह है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने दो भाग में बांट दिया है, तोड़ दिया है। मैं मणिपुर के राहत शिविरों में गया। वहां महिलाओं से बात की, बच्चों से बात की, जो प्रधानमंत्री ने आज तक नहीं किए।

मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या हुई

उन्होंने कहा कि दूसरे शिविर में एक और महिला से पूछा कि तुम्हारे साथ क्या हुआ। जैसे ही मैंने सवाल पूछा, वैसे ही वो कांपने लगी, उसने अपने दिमाग में वह दृश्य याद किया और बेहोश हो गई। ..इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है, इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं, हिंदुस्तान को मणिपुर में मारा है। हिंदुस्तान का मणिपुर में मर्डर किया है।

राहुल के बयान पर लोकसभा में जबर्दस्त हंगामा

मणिपुर में हिंदुस्तान का कत्ल होने का जैसे ही राहुल गांधी ने आरोप लगाया, लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। कई सांसदों के बीच नोक-झोंक हुई। राहुल को भाषण में बीच में रोकना पड़ा। फिर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू उठे और कहा कि राहुल गांधी ने आज सदन में जो बातें कहीं हैं, मैं उस पर सवाल पूछना चाहता हूं। सात दशक तक यह होता रहा, इसके लिए जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। पूर्वोत्तर को इन्होंने बर्बाद किया है। आज वहां सारी दिक्कत कांग्रेस पार्टी की वजह से है। 

स्पीकर भी हुए नाराज

लोकसभा अध्यक्ष ने फिर विपक्षी सांसदों से कहा कि आप जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, उससे सदन नहीं चलेगा। यह तरीका ठीक नहीं है। जो सदस्य ऐसा करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मैं बहुत शांति से सुन रहा हूं, इसका मतलब ये नहीं है कि आप ऐसा करें। 

मणिपुर में मेरी मां को मार रहे हो

फिर राहुल गांधी ने कहा कि एक मेरी मां यहां बैठी है, दूसरी मां को इन्होंने मणिपुर में मार दिया। स्पीकर ने राहुल को टोकते हुए कहा- माननीय सदस्यों, भारत मां, हमारी मां है। हमें सदन में बोलते समय संयम बरतना चाहिए। इस पर राहुल ने कहा कि मैं मणिपुर में अपनी मां की हत्या की बात कर रहा हूं। एक मेरी मां यहां बैठी हैं, दूसरी मां को इन्होंने मणिपुर में मारा है। ..और हर रोज, जब तक आप हिंसा को बंद नहीं करोगे, तब तक आप मेरी मां की हत्या कर रहे हो। हिंदुस्तान की सेना मणिपुर में एक दिन में शांति ला सकती है, लेकिन आप नहीं होने दे रहे।

आप संयमित बोलें, यह तरीका नहीं- स्पीकर

सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी अगर हिंदुस्तान की आवाज नहीं सुनते हैं, मणिपुर की आवाज नहीं सुनते हैं तो सिर्फ दो लोगों की आवाज सुनते हैं। रावण दो लोगों की सुनता था- मेघनाथ और कुंभकर्ण। वैसे ही नरेंद्र मोदी दो लोगों की सुनते हैं- अमित शाह और अदाणी। लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, लंका को रावण के अहंकार ने जलाया था। स्पीकर ने दोबारा कहा- आप संयमित बोलें, यह तरीका नहीं है।

उस लड़की ने मुझे शक्ति दी 

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बहुत सारे लोगों ने बोला तुम क्यों चल रहे हो? शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था। शायद मुझे ही नहीं मालूम था कि मैंने ये यात्रा क्यों शुरू की थी। राहुल ने कहा, "जब मैंने यात्रा शुरू की थी तब दिल में अहंकार था। मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है। एक सेकंड में मिटा देता है। दो-तीन दिन में मेरे घुटने में दर्द शुरू हुआ। हर कदम पर दर्द। तभी रास्ते में एक लड़की आती है, एक चिट्ठी दे देती है। आठ साल की लड़की लिखती है- राहुल आय एम वॉकिंग विद यू, डोंट वरी। उस लड़की ने मुझे शक्ति दी, लाखों लोगों ने मुझे शक्ति दी।

janjaagrukta.com