एसडीएम Jyoti मामला : बेवफाई का असर.. दावा- पतियों ने 93 महिलाओं के कोचिंग छुड़वाए
वहीं बिहार के बाद बक्सर से भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पिंटू सिंह ने पत्नी खूशबू की कोचिंग छुड़वा दी। तो पत्नी ने पुलिस में पति की शिकायत कर दी।
पटना, जनजागरुकता डेस्क। उत्तर प्रदेश में एसडीएम के पद पर नियुक्त होने के बाद पति से ज्योति मौर्य की बेवफाई करने का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। उपर से पति को प्रताड़ित करने का मामला भी सामने आया है। ऐसे में ज्योति मौर्य से लोगों में गलत संदेश जा रहा है। इस मामले के कारण प्रशासनिक अधिकारी बनने कोचिंग करने वालों पर गलत असर पड़ रहा है।
इसका उदाहरण सामने आया है। आगे किसी आशंका में पतियों ने महिलाओं की कोचिंग बंद करा दी। ऐसे में पति-पत्नी के बीच तनाव भी देखा जा रहा है। बिहार के पटना में कोचिंग सेंटर चलाने वाले शिक्षक खान सर ने यूपी की अधिकारी ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के विवाद को लेकर बड़ी बात बताई है। खान सर का दावा है कि इस विवाद के कारण क्लास से 93 महिलाओं ने कोचिंग छोड़ दी हैं।
एसडीएम ज्योति का मामला तेजी से वायरल
यूपी की एसडीएम ज्योति की पति से बेवफाई का मामला सोशल मीडिया पर भी लगातार वायरल हो रहा है। इसका कुछ कर गुजरने की कोशिश में लगी महिलाओं पर असर साफ दिखने लगा है। बताया गया कि कोचिंग क्लास में लाए 93 महिलाओं के पतियों ने महिलाओं से अब किसी भी तरह की कोई भी परीक्षा की तैयारी नहीं करने की बात कही है।
पतियों ने नहीं सुनी
कोचिंग सेंटर संचालक ने कहा कि हम किसी की फैमिली मामले में नहीं पड़ सकते। लोगों को समझाने की बहुत कोशिश की, पर कोई सुनने को तैयार नहीं है। समझाया कि वो पढ़ाई कर जिंदगी में अच्छा कर सकती हैं, उन्हें रोकिए मत। लेकिन उनके पतियों नहीं सुनी। खान सर के अनुसार 93 महिलाएं कोचिंग में पीएससी की तैयारी कर रही थीं। पतियों ने ज्योति और पति अलोक मौर्य के विवाद का हवाला दिया है।
एक की गलती से दूसरों का रास्ता बंद
उन्होंने कहा ज्योति और अलोक मौर्य विवाद जैसी घटना कभी-कभी होती है। ऐसी गलती लोग कर लेते हैं, पर दूसरे लोगों का रास्ता बंद कर देते हैं। हालांकि सब एक जैसे नहीं होते। वहीं बिहार के बाद बक्सर से भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पिंटू सिंह ने पत्नी खूशबू की कोचिंग छुड़वा दी। तो पत्नी ने पुलिस में पति की शिकायत कर दी। खूशबू के अनुसार पति को समझाया जाए, मैं पढ़ना चाहती हूं।