सभी भाषाओं की जननी संस्कृत भारत की राष्ट्रीय भाषा थी, NASA के मुताबिक- संस्कृत धरती पर बोली जाने वाली सबसे स्पष्ट भाषा है

अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज भेजते थे तो उनके वाक्य उलट हो जाते थे। इस वजह से मैसेज का अर्थ ही बदल जाता था। कई भाषाओं का प्रयोग किया लेकिन हर बार यही समस्या आई। आखिर संस्कृत में मैसेज भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उल्टे हो जाने पर भी अपना अर्थ नहीं बदलते हैं।

सभी भाषाओं की जननी संस्कृत भारत की राष्ट्रीय भाषा थी, NASA के मुताबिक- संस्कृत धरती पर बोली जाने वाली सबसे स्पष्ट भाषा है

जीवन मंत्र.. मानें चाहे न मानें..

जनजागरुकता, धर्म डेस्क। प्राचीनकाल में भारतीयों द्वारा बोले जाने वाली संस्कृत भाषा के विषय में कुछ रोचक तथ्य पेश कर रहे हैं। सनातन धर्म के अनुसार संस्कृत से ही मंत्रों का निर्माण हुआ है। ऐसी वेदों की भाषा संस्कृत के बारे में हम आपको 20 तथ्य बताने जा रहे हैं। ये जान कर आपको भारतीय होने पर गर्व होगा।

आज हम आपको संस्कृत के बारे में कुछ ऐसे तथ्य बता रहे हैं, जो किसी भी भारतीय का सर गर्व से ऊंचा कर देगा। यहां तक NASA के पास संस्कृत में ताड़पत्रों पर लिखी 60,000 पांडुलिपियां हैं जिन पर नासा रिसर्च कर रहा है।

आइए बताते हैं संस्कृत भाषा की खासियत जो किसी और भाषा में कभी नहीं रही और ना रही रह सकती है। संस्कृत भाषा से तैयार मंत्रों के उच्चारण से ब्रह्मांड पर भी असर दिखता है। यह बात वैज्ञानिक शोष में साबित हो चुका है। 

जर्मनी की 14 यूनिवर्सिटीज में संस्कृत का अध्ययन

संस्कृत दुनिया की अकेली ऐसी पहली भाषा है जिसे बोलने में जीभ की सभी मांसपेशियों का इस्तेमाल होता है। इसका असर स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इसलिए मंत्रोचारण से वातावरण भी शुद्ध होता है। इसलिए जर्मनी की 14 यूनिवर्सिटीज में संस्कृत पढ़ाई जाती है।

अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज केवल संस्कृत में ही भेजा जा सकता है

नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार जब वो अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज भेजते थे तो उनके वाक्य उलट हो जाते थे। इस वजह से मैसेज का अर्थ ही बदल जाता था। उन्होंने कई भाषाओं का प्रयोग किया लेकिन हर बार यही समस्या आई। आखिर में उन्होंने संस्कृत में मैसेज भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उल्टे हो जाने पर भी अपना अर्थ नहीं बदलते हैं।

ये है देवों, वेदों की भाषा संस्कृत की खासियत..

1. संस्कृत को सभी भाषाओं की जननी माना जाता है।

2. संस्कृत उत्तराखंड की आधिकारिक भाषा है।

3. दूसरों की दखलंदाजी से पहले संस्कृत भारत की राष्ट्रीय भाषा थी।

4. नासा (NASA) के मुताबिक, संस्कृत धरती पर बोली जाने वाली सबसे स्पष्ट भाषा है।

5. संस्कृत में दुनिया की किसी भी भाषा से ज्यादा शब्द है। वर्तमान में संस्कृत के शब्दकोष में 102 अरब 78 करोड़ 50 लाख शब्द हैं।

6. संस्कृत किसी भी विषय के लिए एक अद्भुत खजाना है। जैसे हाथी के लिए ही संस्कृत में 100 से ज्यादा शब्द हैं।

7. NASA के पास संस्कृत में ताड़पत्रों पर लिखी 60,000 पांडुलिपियां हैं जिन पर नासा रिसर्च कर रहा है।

8. फोबर्स मैगजीन ने जुलाई, 1987 में संस्कृत को Computer Software के लिए सबसे बेहतर भाषा माना था।

9. किसी और भाषा के मुकाबले संस्कृत में सबसे कम शब्दों में वाक्य पूरा हो जाता है।

10. संस्कृत दुनिया की अकेली ऐसी भाषा है जिसे बोलने में जीभ की सभी मांसपेशियों का इस्तेमाल होता है।

11. अमेरिकन हिंदु युनिवर्सिटी के अनुसार संस्कृत में बात करने वाला मनुष्य बीपी, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल आदि रोग से मुक्त हो जाएगा। संस्कृत में बात करने से मानव शरीर का तंत्रिका तंत्र सक्रिय रहता है जिससे कि व्यक्ति का शरीर सकारात्मक आवेश (PositiveCharges) के साथ सक्रिय हो जाता है।

12. संस्कृत स्पीच थेरेपी में भी मददगार है यह एकाग्रता को बढ़ाती है।

13. आज के समय में भी कर्नाटक के मुत्तुर गांव के लोग केवल संस्कृत में ही बात करते हैं।

14. सुधर्मा संस्कृत का पहला अखबार था, जो 1970 में शुरू हुआ था। आज भी इसका ऑनलाइन संस्करण उपलब्ध है।

15. जर्मनी में बड़ी संख्या में संस्कृत भाषियों की मांग है। जर्मनी की 14 यूनिवर्सिटीज में संस्कृत पढ़ाई जाती है।

16. नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार जब वो अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज भेजते थे तो उनके वाक्य उलट हो जाते थे। इस वजह से मैसेज का अर्थ ही बदल जाता था। उन्होंने कई भाषाओं का प्रयोग किया लेकिन हर बार यही समस्या आई। आखिर में उन्होंने संस्कृत में मैसेज भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उल्टे हो जाने पर भी अपना अर्थ नहीं बदलते हैं।

जैसे

अहं  विद्यालयं गच्छामि ।

विद्यालयं गच्छामि अहम्।

गच्छामि अहं विद्यालयं ।

उक्त तीनो के अर्थ में कोई अंतर नहीं है।

17. आपको जानकर हैरानी होगी कि Computer द्वारा गणित के सवालों को हल करने वाली विधि यानि Algorithms संस्कृत में बने हैं ना कि अंग्रेजी में।

18. नासा के वैज्ञानिकों द्वारा बनाए जा रहे 6th और 7th जेनरेशन Super Computers संस्कृत भाषा पर आधारित होंगे जो 2034 तक बनकर तैयार हो जाएंगे।

19. संस्कृत सीखने से दिमाग तेज हो जाता है और याद करने की शक्ति बढ़ जाती है। इसलिए London और Ireland के कई स्कूलो में संस्कृत को Compulsory Subject बना दिया है।

20. इस समय दुनिया के 17 से ज्यादा देशों की कम से कम एक University में तकनीकी शिक्षा के कोर्सेस में संस्कृत पढ़ाई जाती है।

संस्कृत के बारे में ये 20 तथ्य जान कर आपको भारतीय होने पर गर्व होगा क्योंकि संस्कृत व भारतीय एक दूसरे के पर्यायवाची माने जाते हैं।

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