गरियाबंद जिले के एक दिन का कलेक्टर रहे शैलेंद्र कुमार ध्रुव नहीं रहे

शैलेंद्र कुमार ध्रुव के निधन पर सीएम भूपेश बघेल ने शोक जताते हुए कहा है कि, भगवान उसका ख्याल रखें।

गरियाबंद जिले के एक दिन का कलेक्टर रहे शैलेंद्र कुमार ध्रुव नहीं रहे

गरियाबंद, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ के 'पा' व गरियाबंद जिले का एक दिन का कलेक्टर रहे शैलेंद्र कुमार ध्रुव नहीं रहे। प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित थे। उनकी इच्छा थी कि पढ़-लिखकर वह एक दिन कलेक्टर बनें। मुख्यमंत्री बघेल को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने शैलेंद्र को एक दिन के लिए गरियाबंद जिले का कलेक्टर बना दिया। उनके निधन पर सीएम भूपेश बघेल ने शोक जताते हुए कहा है कि, भगवान उसका ख्याल रखें। 

महाविद्यालय में पढ़ने जाने के लिए उत्साहित थे

प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित छुरा  विकासखंड के मेड़कीडबरी निवासी शैलेंद्र की सोमवार रात करीब 8 बजे अचानक तबीयत बिगड़ी। सीने में तेज दर्द की शिकायत के बाद परिवार के लोग उन्हें पास के डॉक्टर के पास ले गए। उनकी सलाह पर एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की तैयारी हो रही थी, इसी बीच शैलेंद्र की मौत हो गई।वे 18 साल के थे। बीमार रहने के बावजूद 12वीं की परीक्षा पास की और महाविद्यालय में पढ़ने जाने के लिए उत्साहित थे। सूचना मिलने पर पुलिस के जवानों सहित आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जनक राम ध्रुव व जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री चिराग अली पहुंचे और अंतिम संस्कार में शामिल हुए। प्रोजेरिया बीमारी के चलते शैलेंद्र शारीरिक रूप से कमजोर और वृद्ध नजर आने लगे थे।

एसपी-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में शैलेंद्र को सीएम ने अपने बगल में दी थी जगह

मीडिया के जरिए यह बात मुख्यमंत्री बघेल तक पहुंची तो उन्होंने शैलेंद्र को एक दिन के लिए गरियाबंद जिले का कलेक्टर बना दिया। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर रुचि शर्मा शैलेंद्र को उनके घर लेने पहुंची थीं। कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने सारे प्रोटोकॉल का पालन किया था। मुख्यमंत्री बघेल ने एसपी-कलेटक्टर कॉन्फ्रेंस में शैलेंद्र को अपने बगल में जगह दी थी।

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