शिखर जी पर्यटन स्थल न बने, सकल जैन समाज ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

केन्द्र व राज्य की सरकार द्वारा झारखंड स्थित जैन समाज के प्रमुख तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का स्थानीय जैन समाज ने विरोध किया है।

शिखर जी पर्यटन स्थल न बने, सकल जैन समाज ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

दुर्ग, जनजागरुकता। दुर्ग ननि के महापौर धीरज बाकलीवाल, मदन जैन सहित समाज के अन्य प्रमुख लोगों  ने बताया कि सम्मेद शिखर जी जैन समाज का सबसे बड़ा तीर्थस्थल है। इस तीर्थस्थल से 24 तीर्थकरों में से 20 को मोक्ष मिला है। सैकड़ों मुनि महाराज भी देवलोक गमन कर मोक्ष को प्राप्त हुए हैं। जैन समाज के लिए यह अत्यंत पवित्र स्थल है इसलिए इस स्थल को पर्यटन स्थल घोषित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने वस्तुस्थिति से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवगत कराया तथा सकल जैन समाज के बैनरतले ज्ञापन भी सौंपा।

बताना जरूरी है कि केन्द्र व राज्य की सरकार द्वारा झारखंड स्थित जैन समाज के प्रमुख तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का स्थानीय जैन समाज ने विरोध किया है। जैन समाज के प्रमुख लोगों में महापौर धीरज बाकलीवाल, मदन जैन, दीपक जैन टिक्कू विसल बड़जात्या, कैलाश बाकलीवाल, पप्पू चावडा, हरीश जैन सहित अन्य लोगो ने सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की और उन्हें सम्मेद शिखर को पर्यटनस्थल को नहीं बनाने के लिए पहल करने का आग्रह किया।

सम्मेद शिखर समाज का तीर्थस्थल है और आस्था का केन्द्र 

जैन समाज के लोगो का कहना था कि सम्मेद शिखर समाज का तीर्थस्थल है और आस्था का केन्द्र है। यदि उसे पर्यटन स्थल बना दिया गया तो हर तरह के लोगो का आना जाना शुरू से जाएगा। उससे तीर्थ स्थल की पवित्रता प्रभावित होगी। सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल की बजाय तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जैन समाज के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि वे सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने से रोकने के लिए केन्द्र व झारखंड राज्य सरकार से बात करेंगे।

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