मूछों के दम पर सरकार बदलने वाले स्व. दिलीप सिंह जूदेव की आदमकद प्रतिमा का संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया अनावरण

जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्व. जूदेव के प्रशंसकों की उपस्थिति में अनावरण से पहले उनकी प्रतिमा के सामने पुष्पांजलि अर्पित की।

मूछों के दम पर सरकार बदलने वाले स्व. दिलीप सिंह जूदेव की आदमकद प्रतिमा का संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया अनावरण

जशपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ भाजपा के पितृपुरुष स्व. दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस अवसर के साक्षी संघ प्रमुख मोहन

भागवत, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, जूदेव परिवार के साथ हजारों जनता बने। इस अवसर पर जनता ने अपने नेता स्व. दिलीप सिंह के जयकारे लगाए।

निर्धारित समय पर संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रतिमा स्थल पहुंचे और जय जूदेव के जयकारे के साथ स्व. दिलीप सिंह की प्रतिमा के अनावरण की प्रक्रिया पूरी की। खास बात यह रही कि स्व दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा करने वाले प्रदेश के तात्कालीन सीएम डॉ. रमन सिंह भी मौजूद रहे। 

इस अवसर पर यह बता दें कि जशपुर की जनता के साथ प्रदेश भर के जूदेव समर्थकों को 9 साल से प्रतिमा अनावरण का इंतजार था। आज जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर संघ प्रमुख ने स्व. जूदेव के प्रशंसकों की उपस्थिति में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।

स्व. दिलीप सिंह ने अनगिनत आदिवासी परिवारों की कराई थी घर वापसी

बता दें कि ऐसे वक्त में जब कोई सरकार में बदलाव की उम्मीद नहीं कर रहा था, तब स्व. दिलीप सिंह ने अपनी मूछों को दांव पर लगाकर भाजपा को सत्ता दिलाई थी। यही नहीं छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण के दौर में उन्होंने घर वापसी अभियान चलाकर हजारों आदिवासी परिवारों को हिन्दू धर्म में वापस लेकर आए थे।

आखिर वो बात साबित हो ही गई जिसका..

स्व. जूदेव न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि भारतीय राजनीति के एक ऐसे किरदार रहे हैं जिन्होंने राजनीति की परिभाषा को ही बदल दिया। जशपुर रियासत के राजा विजय भूषण के द्वितीय पुत्र दिलीप सिंह जूदेव का जन्म 8 मार्च 1949 को हुआ था। अपनी विशाल कद-काठी के लिए राज्य नहीं अपितु संपूर्ण देश में अलग से पहचाने जाते रहे। राजघराने से जुड़े होने के बाद भी वे एक ऐसे शख्स थे, जो आम लोगों के ज्यादा करीब समझे जाते थे। इसी वजह से वे लोगों के दिलों में राज करते थे।

दिलेरी ऐसी कि हार के बाद भी निकाली विजयी रैली

स्व. दिलीप सिंह जूदेव का यह रूतबा ही था जो एकतरफा माने जा रहे खरसिया उपचुनाव में अविभाजित मध्य प्रदेश में तत्कालीन सीएम अर्जुन सिंह को संघर्ष करने पर मजबूर कर दिया था। यही नहीं देश के ऐसे इकलौते नेता बन गए जो हारने के बाद भी सालभर तक क्षेत्र में विजयी जुलूस निकालते रहे।

मूछों के दम पर दिलाई भाजपा को सत्ता

यह गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ का प्रथम विधानसभा चुनाव दिलीप सिंह जूदेव के नेतृत्व में लड़ा गया। कांग्रेस नेता और तत्कालीन सीएम अजीत जोगी की लगभग सत्ता में वापसी के कयास को अपने एक दांव से पूरी तरह से मोड़ दिया। उन्होंने भाजपा की जीत को अपनी मूछों (इज्जत) से जोड़कर कार्यकर्ताओं में ऐसा जोश भरा कि पूरे 15 साल तक भाजपा सरकार में बनी रही।

अष्टधातु की आदमकद प्रतिमा की खासियत

सर संघचालक मोहन भागवत ने आज स्व. जूदेव की जिस आदमकद प्रतिमा का अनावरण किए उसे प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने बनाई है। सरदार पटेल की सुप्रसिद्ध ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनाकर चर्चा में आए राम सुतार ने अष्टधातु से दिलीप सिंह जूदेव की मूछों पर ताव देते 12 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई है। यह प्रतिमा हू-ब-हू दिलीप सिंह जूदेव की तरह दिखती है। उम्मीद की जा रही है कि यह प्रतिमा लोगों को केवल व्यक्ति के प्रति ही नहीं बल्कि उनकी विचारधारा पर भी विचार करने को मजबूर कर देगी।  janjaagrukta.com