मेरठ में दर्दनाक हादसा : जल चढ़ा कर लौट रहे 6 डाक कांवड़ियों की मौत, 10 गंभीर

डाक कांवड़ियों की ट्रैक्टर-ट्राली 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। इससे भयानक मंजर निर्मित हुी। नाराज कांवड़ियों ने सड़क जाम कर दिया। जांच के आदेश।

मेरठ में दर्दनाक हादसा : जल चढ़ा कर लौट रहे 6 डाक कांवड़ियों की मौत, 10 गंभीर

मेरठ, जनजागरुकता डेस्क। मेरठ में उस समय भीषण हादसा हो गया जब हरिद्वार से जल चढ़ा कर घर लौट रहे डाक कांवड़ियों की ट्रैक्टर-ट्राली 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। उसके बाद करंट की चपेट में आने से चाचा-भतीजा समेत छह शिवभक्तों की मौत हो गई। सभी मृतक राली चाैहान गांव के रहने वाले हैं। 

बुरी तरह से झुलसे 10 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। टैक्ट्रर में 16 लोग सवार थे। उसके बाद घटना से गुस्साए कांवड़ियों ने रोड जाम कर दिया। विद्युत विभाग के अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग करने लगे। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने हादसे के कारणों की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच बैठा दिया है।

डाक कावंड़ लेकर गांव लौट रहे थे

मेरठ के भावनपुर के राली चौहान गांव के 16 कांवड़िया गुरुवार को हरिद्वार से डाक कांवड़ लेने गए थे। शनिवार रात को सवा आठ बजे डाक कांवड़ लेकर गांव लौट रहे थे। यहां गांव से एक किलोमीटर पहले भीषण हादसा हो गया। जल चढ़ाकर घर लौट रहे डाक कांवड़ियों की ट्रैक्टर-ट्राली 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। करंट लगने से छह कांवड़ियों की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई और चाचा-भतीजा शामिल हैं। सभी मृतक राली चाैहान के रहने वाले हैं। बुरी तरह से झुलसे 10 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

गुस्साए कांवड़ियों ने किया रोड जाम

घटना से गुस्साए कांवड़ियों ने रोड पर जाम लगा दिया। विद्युत विभाग के अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की। कांवड़ियों का कहना था कि बिजली आपूर्ति बंद नहीं किए जाने से हादसा हुआ। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने छह कांवड़ियों की मौत की पुष्टि करते हुए हादसे के कारणों की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच बैठा दिया है।

छह की मौत 

अधिकारियों के मुताबिक मृतकों में हिमांशु (14) उसका भाई प्रशांत (16) पुत्र सुरेश चंद्र सैनी, लखमी (45) पुत्र भगीरथ और उनका भतीजा मनीष सैनी (18) पुत्र सुशील, महेंद्र (45) पुत्र कमलू और लक्ष्य पुत्र सुनील (12) हैं। गांव के लोगों ने बताया कि राली चौहान गांव के 16 कांवड़िए गुरुवार को हरिद्वार से डाक कांवड़ लेने गए थे।

गांव में कोहराम, रो-रोकर हाल बेहाल

जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि झुलसे हुए लोगों को तत्काल उपचार दिलाया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम अस्पतालों में भेजी गई है। छह कावड़ियों की मौत के बाद गांव में कोहराम मच गया है। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है।

क्या मनहूस पल दिखाया भोलेनाथ- ग्रामीण

कुछ ग्रामीण बोले भगवान भोलेनाथ ऐसी क्या गलती हुई जो यह मनहूस पल दिखाया। सभी लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई से चंदा इकट्ठा किया था और पूरी भक्ति के साथ गंगाजल लेकर आए थे। यह हादसा अब पीड़ित परिवारों को जिंदगी भर का दर्द दे गया।

हादसे का पता चलते ही लोग घटनास्थल की तरफ दौड़े

हादसे का पता चलते ही गांव का बच्चा, बुजुर्ग और महिलाएं घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। छिलौरा समेत कई अन्य गांवों के ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में यह पहला हादसा है जिससे पूरे गांव में चित्कार मच गई। इस दर्दनाक मंजर को जीवनभर नहीं भूलाया जा सकता।

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