मणिपुर में आदिवासियों के साथ अत्याचार, विरोध में रहा बस्तर बंद

मणिपुर में घटना को लेकर आदिवासियों में आक्रोश है। सर्व आदिवासी समाज के आह्वान पर व्यापारियों ने समर्थन देकर दुकानें बंद रखी।

मणिपुर में आदिवासियों के साथ अत्याचार, विरोध में रहा बस्तर बंद

जगदलपुर, जनजागरुकता। मणिपुर में आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार पर बस्तर में आदिवासी समाज ने नाराजगी दिखाई है। आदिवासी महिलाओं के साथ हुई घटना को लेकर बस्तर के सर्व आदिवासी समाज ने सोमवार को बस्तर बंद का आह्वान किया।व्यापारियों से लेकर आमजनों ने अपनी दुकानें बंद रखते हुए इसका समर्थन दिया है। 

मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुए अत्याचार और शारीरिक हिंसा की खिलाफत करते हुए बस्तर आदिवासी समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा। लंबा समय बीत जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई न होने को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। वहां महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। बस्तर बंद के चलते कामकाज ठप रहा। बंद के आह्वान के चलते सड़कें सुनी रहीं। व्यापारियों से लेकर आमजनों ने अपनी दुकानें बंद रखते हुए इसका समर्थन दिया है। 

दोषियों पर कार्रवाई की मांग

संभागीय अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज प्रकाश ठाकुर ने बताया कि आदिवासी महिलाओं के साथ हुए अत्याचार को लेकर आदिवासी समाज में आक्रोश है। लंबा समय बीत जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई न होने को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। वहां महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। 

नगर बंद से दो दिन पहले निकाला था कैंडल मार्च

महिला प्रभाग अध्यक्ष रुक्मणी कर्मा ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि नगर बंद से दो दिन पहले भी आदिवासी समाज के द्वारा कैंडल मार्च निकाल कर आरोपियों को सजा दिलाने की मांग की थी।

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