गूगल के सीइओ सुंदर पिचाई का मकान खरीद कर हो रहा गर्व महसूस..
चेन्नई के अशोक नगर स्थित सुंदर पिचाई के घर के बिकने की जानकारी मिलते ही मणिकंदन ने इसे तत्काल खरीदने का फैसला किया। सी मणिकंदन तमिल सिनेमा में भूमिका निभाने वाले फिल्म निर्माता भी हैं
चेन्नई, जनजागरुकता डेस्क। चेन्नई के सी मणिकंदन गूगल के सीइओ सुंदर पिचाई का मकान खरीद कर गर्व महसूस कर रहे हैं। पिचाई का यहां बचपन बीता है। वे दो दशक तक यहां रहे हैं। जिसकी दुनिया भर में धाक है.. ऐसे में मणिकंदन के लिए यह मकान किसी सपने से कम नहीं है.. क्योंकि यह ऐसे शख्स का घर है जिसकी दुनिया भर में धाक है।
चेन्नई के अशोक नगर स्थित सुंदर पिचाई के घर के बिकने की जानकारी मिलते ही मणिकंदन ने इसे तत्काल खरीदने का फैसला किया। वे गर्व महसूस कर रहे थे जिस घर में गूगल के सीइओ सुंदर पिचाई का बचपन बीता था, जिस घर में वो खेल कूद कर बड़े हुए थे।
तमिल सिनेमा में भूमिका निभाने वाले फिल्म निर्माता सी मणिकंदन ने बताया कि जिस शख्स ने दुनिया में भारत के मान को बढ़ाया हो उनके घर को खरीदना गर्व की बात है। मणिकंदन का मानना है कि उन्हें ऐसा करना अपनी जिंदगी की बड़ी कामयाबी लगती है।
मां ने खुद फिल्टर कॉफी बनाई
मणिकंदन ने बताया मकान के लिए जब पिता आरएस पिचाई से मिलने गया तो सुंदर की मां ने खुद फिल्टर कॉफी बनाई। सुंदर के पिता ने पहली मुलाकात में ही दस्तावेज पेश कर दिए। मणिकंदन ने बताया कि दस्तावेज़ सौंपते समय सुंदर के पिता कुछ मिनटों के लिए टूट गए क्योंकि यह उनकी पहली संपत्ति थी। उनकी विनम्रता और विनम्र दृष्टिकोण से मैं मंत्रमुग्ध था।
सभी आवश्यक करों का भुगतान भी किया
मणिकंदन ने बताया कि वे पेशे से डेवलपर भी हैं। चेलाप्पास ब्रांड नेम के तहत वो अब तक 300 घरों की डिलीवरी कर चुके हैं। मणिकंदन ने बताया कि सुंदर पिचाई के पिता मकान पंजीकरण या स्थानांतरण प्रक्रिया को तेज करने गूगल सीईओ के नाम का उपयोग नहीं करने पर जोर दे रहे थे। इसलिए उनके पिता ने पंजीकरण कार्यालय में अपनी बारी का घंटों इंतजार किया। साथ ही मुझे दस्तावेज सौंपने से पहले सभी आवश्यक करों का भुगतान भी किया।
पैतृक आवास से दिल से लगाव
सुंदर पिचाई का बचपन चेन्नई में बीता। उन्होंने 1989 में IIT खड़गपुर में धातुकर्म इंजीनियरिंग की उसके बाद शहर छोड़ दिया। 20 साल तक इसी घर में रहे। वहीं पड़ोसी ने याद करते हुए कहा कि उन्होंने बालकनी पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ सेल्फी भी ली। खरीदी के दौरान सुंदर के पिता ने अपने खर्च पर घर को पूरी तरह से ढहा दिया और विकास के लिए भूखंड सौंप दिया। पर घर पर दिल से लगाव था।