खालिस्तानी कट्टरपंथियों की अब खैर नहीं, ब्रिटेन का नए फंड का ऐलान
ब्रिटिश रक्षा मंत्री टुगेनहाट ने जी20 बैठक में शामिल होने भारत पहुंचे हैं। यहां वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मिलेंगे।
नई दिल्ली, जनजागरुकता डेस्क। ब्रिटेन ने खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों से निपटने के लिए भारत की अपील पर ब्रिटेन की सरकार ने नए फंड का एलान किया है। भारत और ब्रिटेन पहले ही कट्टरपंथ से निपटने के लिए संयुक्त टास्क फोर्स के गठन की दिशा में काम कर रहे हैं।
बता दें कि ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को भारत दौरे पर पहुंचे हैं। भारत द्वारा लगातार ब्रिटेन के सामने खालिस्तान कट्टरपंथ का मामला उठाया जा रहा है। दरअसल ब्रिटेन में खालिस्तानी कट्टरपंथ तेजी से उभरा है। भारत की चिंता है कि ब्रिटेन में खालिस्तान उग्रवादियों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाया जाना चाहिए।
हम साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध
इस पर ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने कहा कि 'दोनों देशों के बीच गहरे संबंध हैं और दोनों देश मिलकर सुरक्षा चुनौतियों का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं। कट्टरपंथ के खिलाफ अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए हम साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारत के विदेश मंत्री और ब्रिटेन के रक्षा मंत्री के बीच हुई मुलाकात
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त ने बताया कि 'भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट के बीच हुई मुलाकात में टुगेनहाट ने नई फंडिंग का एलान किया है, जिससे खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथ से निपटने में ब्रिटेन की क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी। 95 हजार पाउंड (करीब एक करोड़ रुपए) के निवेश से ब्रिटेन सरकार की खालिस्तान समर्थक उग्रवाद को समझने में मदद मिलेगी। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच संयुक्त कट्टरपंथ टास्क फोर्स के गठन की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।'
जी20 बैठक में होंगे शामिल और डोभाल से भी मिलेंगे
ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने टुगेनहाट ने कहा कि 'भ्रष्टाचार हमारी समृद्धि, हमारे समाज और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नुकसानदायक है। मैं इस मुद्दे पर भारत में होने वाली जी20 बैठक में शामिल होने के लिए उत्साहित हूं।' टुगेनहाट सीबीआई मुख्यालय का दौरा भी करेंगे और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मुलाकात करेंगे।