तापमान शून्य से नीचे, अत्यधिक ऊंचाई पर भारतीय सेना ने बल्ला घुमाकर दिया कड़ा संदेश, कहा 1962 वाला देश नहीं रहा

बर्फीले गलवान में क्रिकेट खेलकर कहा- हम असंभव को बनाते हैं संभव, भारत अब वह चीन को सैन्य क्षमताओं से लेकर हर क्षेत्र में जोरदार टक्कर दे रहा है।

तापमान शून्य से नीचे, अत्यधिक ऊंचाई पर भारतीय सेना ने बल्ला घुमाकर दिया कड़ा संदेश, कहा 1962 वाला देश नहीं रहा


लद्दाख, जनजागरुकता डेस्क। शून्य से नीचे तापमान और अत्यधिक ऊंचाई फिर भी भारतीय सेना में उत्साह और जोश किसी भी रूप में कम नजर नहीं आता, उपर से क्रिकेट का मैच खेलकर देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने जोश को बरकरार रखते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसा कर ''भारतीय सेना ने दुश्मन पड़ोसी देश चीन को सख्त संदेश दिया है कि हम असंभव को संभव बनाते हैं।'' सेना ने इन तस्वीरों को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है।

इस मैच की तस्वीरें साझा कर भारतीय सेना ने चीन को चेताया है। हमारी सेना इस इलाके के मौसम की अभ्यस्त हैं। ऐसे में अगर ड्रैगन ने फिर सरहद पर कोई गड़बड़ी की ऐसी कोई हरकत करने की कोशिश की, तो अब उसे ढंग से सबक सिखाया जाएगा।

अब धोखेबाजी का शिकार नहीं होगा
संदेश के अनुसार भारत अब 1962 वाला देश नहीं रहा है, जो फिर से चीन की धोखेबाजी का शिकार हो जाए। अब वह चीन को सैन्य क्षमताओं से लेकर हर क्षेत्र में जोरदार टक्कर दे रहा है। जिससे चीन अंदर ही अंदर परेशान तो रहता है लेकिन कुछ कर नहीं पाता। अब भारतीय सेना ने लद्दाख में एक बार फिर कुछ ऐसा कर दिया है कि चीन का बौखला जाना तय है।


सबक सिखाने की तैयारी में
इस मैच की तस्वीरें जारी करके भारतीय सेना ने चीन (China) को करारा संदेश दिया है कि वह इस इलाके के मौसम की अभ्यस्त है और अगर ड्रैगन ने फिर से सरहद पर कोई गड़बड़ करने की कोशिश की तो उसे ढंग से सबक सिखा दिया जाएगा। डिफेंस एक्सपर्टों के मुताबिक 14वीं कोर ने शुक्रवार को जिस स्थान पर क्रिकेट मैच खेला, वह गलवान घाटी में पेट्रोल पॉइंट 14 से 4 किमी दूर है।

आत्मविश्वास से लबरेज दिखी सेना
लबालब आत्मविश्वास को दिखाते हुए भारतीय सेना ने अपने पूर्वी लद्दाख में क्रिकेट खेल रहे सैनिकों की तस्वीरें शेयर की है। लद्दाख क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात 14वीं कोर, जिसे फायर एंड फ्यूरी कोर भी कहा जाता है, उसने इन तस्वीरों को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है। अपनी इस पोस्ट में 14वीं कोर ने लिखा, 'पटियाला ब्रिगेड, त्रिशूल डिवीजन ने शून्य से नीचे तापमान में अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में पूरे उत्साह और जोश के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन किया। हम असंभव को संभव बनाते हैं।'

जवानों ने गलवान में क्रिकेट खेला
जून 2020 में चीनी सेना ने गलवान एरिया के पेट्रोल पॉइंट पोस्ट-14 पर हमला कर दिया था। दोनों ओर से रातभर चली भिड़ंत में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन के करीब 40-45 सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। हालांकि शर्म की वजह से चीन ने केवल 5 सैनिकों की मौत ही कबूली। लद्दाख क्षेत्र में यह मैच किस स्थान पर खेला गया, सेना ने इसे लेकर खुलासा नहीं किया है। लेकिन एक्सपर्टों के अनुसार तस्वीरें गलवान एरिया की हैं।


सर्विलांस उपकरणों से चीनी गतिविधियों पर नजर
धोखेबाज चीन पर विश्वास नहीं किया जा सकता। इसलिए सर्विलांस उपकरणों की मदद से भी चीनी गतिविधियों पर लगातार निगाह रखी जा रही है। जानकारी अनुसार कई दौर की सैन्य बातचीत के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने पेट्रोल पॉइंट-14 पर आपसी टकराव से बचने के लिए अपनी-अपनी पोजिशन से डेढ़-डेढ़ किमी पीछे हटने का फैसला किया था। इसके बाद वह पेट्रोलिंग एरिया बफर जोन में तब्दील हो गया। हालांकि चीनी सेना इस पेट्रोलिंग पॉइंट से 1.5 किमी पर बैठी हुई है। जिसे देखते हुए भारत ने भी बफर जोन के आसपास कई कैंप बनाकर सैनिकों और भारी हथियारों का जमावड़ा किया हुआ है। janjaagrukta.com