हमारा हर कार्यकर्ता महत्वपूर्ण, चुनाव जीतने के बाद तय होगा मुख्यमंत्री- ओम माथुर
माथुर राजनांदगांव जिले के दौरे पर रहे। कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर मार्गदर्शन दिया।प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव व डॉ. रमन सिंह मौजूद रहे।
राजनांदगांव, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर राजनांदगांव जिले के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की और कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा हर कार्यकर्ता महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री बाद में तय होगा। प्रदेश में भाजपा इस बार चेहरे पर नहीं, बल्कि कमल के फूल पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन मानकर चलिए कि भारी बहुमत से हम सरकार बनाने वाले हैं।
मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह केंद्रीय कमेटी तय करेगा
मंगलवार को राजनांदगांव दौरे पर आए छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह केंद्रीय कमेटी तय करती है। हम पहले भी कई राज्यों में चेहरे और कई में बिना चेहरों के चुनाव लड़ चुके हैं। इस दौरान मोदी सरकार के नौ साल की उपलब्धियां गिनाईं।
कांग्रेस में एक परिवार तय करती है, भाजपा में ऐसा नहीं
प्रदेश प्रभारी माथुर ने कहा कि, भाजपा और कांग्रेस में काफी अतंर है। कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है। वहां सब कुछ वही परिवार तय करता है, लेकिन भाजपा में ऐसा नहीं है। यहां पर लोकतांत्रिक तरीके से व्यवस्था चलती है। पार्टी की केंद्रीय कमेटी है, जो चेहरे तय करती है। किसे पद देना है और किसे नहीं, ये पार्टी को तय करना होता है। जिसे टिकट दिया गया, वह चुनाव में खड़ा होगा।
30 से 40 फीसदी नए चेहरों को मिलेगा टिकट
टिकट वितरण को लेकर उन्होंने कहा कि, भाजपा में 30 से 40 फीसदी नए लोग टिकट देती है। पार्टी का सिस्टम है। पार्टी क्या करेगी, क्या नहीं करेगी, यह ऐसे तय नहीं किया जाता है। पिछली बार सीटें कम आई थीं। अब आगे क्या होगा, उसका भी इंतजार करिए।
ईडी की कार्रवाई तो यूपीए की सरकार में हुई, तब तो हम नहीं थे
छत्तीसगढ़ में चल रही ईडी की कार्रवाई को लेकर प्रभारी ओम माथुर ने कांग्रेस को जमकर कोसते हुए कहा कि ईडी और सीबीआई संवैधानिक संस्था है। अपना काम रुटीन से करती है। गुजरात के सीएम रहते नरेंद मोदी से पूछताछ हुई। गृहमंत्री को जेल में रखा, तब भाजपा ने तो आंदोलन नहीं किया। फिर आप क्यों कर रहे हैं। इसलिए पहले अपने अंदर झांके कि हमने क्या किया। यूपीए-1 और यूपीए-2 की सरकार के समय तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे। तब भी ईडी और सीबीआई ने कार्रवाई की।