खैरागढ़ राजपरिवार में नया विवाद, पत्नियों के बीच संपत्ति हक की लड़ाई
पूर्व विधायक व रियासत के वारिस रहे देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी विभा सिंह ने टीआई पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।
खैरागढ़, जनजागरुकता। यहां के रियासत की संपत्ति का लंबे समय से विवाद चल रहा है। इस विवाद में नया मामला सामने आया है। खैरागढ़ के पूर्व विधायक व रियासत के वारिस रहे देवव्रत सिंह के निधन के बाद से उनकी पहली पत्नी पद्मा सिंह और विभा सिंह के बीच संपत्ति में अधिकार को लेकर नया मोड़ आया है।
रानी विभा सिंह ने आरोप लगाया है कि जिस बाड़े में कृषि वाहन और उपकरण रखे गए हैं, वहां ताला लगाकर कृषि काम पर अड़ंगा लगाया जा रहा है। वहीं उन्होंने छुईखदान थानेदार पर दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया है।
बता दें कि खैरागढ़ राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले राजनांदगांव के पूर्व सांसद देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी पद्मा सिंह के बीच सितंबर 2016 में तलाक हो गया था। दोनों ने आपसी समझौते के तहत तलाक लिया था। देवव्रत का नवंबर 2021 को हार्ट अटैक से निधन हो गया था, जिसके बाद पत्नियों के बीच संपत्ति विवाद शुरू हो गया था।
बाड़ा व वाहन के उपयोग से रोका जा रहा
विवाद की स्थिति को देखते हुए विभा सिंह की अपील पर प्रशासन ने उदयपुर पैलेस और खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील कर दिया था। अब यह मामला सामने आया है कि रानी विभा सिंह ने छुईखदान थाने में आवेदन देकर शिकायत का है। विभा सिंह के नाम पर ज़मीन के साथ कृषि कार्यों में उपयोग किये जाने वाले कुछ कृषि यंत्र व वाहन हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके नाम के कृषि वाहन (ट्रैक्टर) को बाड़े से निकालने से उनके केयर टेकर को रोका जा रहा है। जबकि एक-दो दिन पूर्व ही उक्त वाहन खैरागढ़ में था।
थानेदार ने मांगे पैसे
रानी विभा सिंह के अनुसार उदयपुर पैलेस को सील किया गया है, न कि पैलेस के बाहर स्थान को। इसके साथ ही उन्होंने छुईखदान टीआई जितेंद्र बंजारे पर पैसे मांगने और पैसे देने वालों के लिए काम करने का सीधा आरोप लगाया है।