अपनों से छलनी हुए- कांग्रेस के कद्दावर आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने पार्टी छोड़ी
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरविंद नेताम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। नेताम इंदिरा गांधी और नरसिम्हा सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
रायपुर, जनजागरुकता। छत्तीसगढ़ में नवम्बर 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य की कांग्रेस सरकार आने वाले चुनाव में जीत हासिल करने के लिए तमाम कोशिशों में जुटी हुई है। इस दौरान कांग्रेस के कद्दावर आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। आदिवासी नेता अरविंद नेताम पिछले महीनों से सर्व आदिवासी समाज को एकजुट करने के लिए पूरे प्रदेश का दौरा कर आदिवासियों का मन टटोल रहे थे।
प्रदेश नेतृत्व के असहयोग रवैये से नाराज
वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने AICC को लिखे अपने पत्र में कहा कि, "मैं कांग्रेस पार्टी का क्रियाशील सदस्य हूं। 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी के आह्वान पर कांग्रेस में वापस आकर अपने अनुभव से पार्टी को मजबूती प्रदान करने का हमेंशा प्रयास किया, लेकिन प्रदेश नेतृत्व के असहयोग रवैये के कारण मुझे निराशा हुई।"
आदिवासियों के अधिकारों को समाप्त कर दिया
उन्होंने आगे लिखा है कि, "प्रदेश नेता तो राज्य में आदिवासी समाज के लिए बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर को द्वार प्रदान संवैधानिक अधिकारों के विपरीत काम करते तथा पैसा कानून 1996 में आदिवासी समाज को जल जंगल, जमीन में ग्राम सभा के अधिकारों को समाप्त कर दिया गया है। इस प्रकार आदिवासी विरोधी सरकार से मुझे हमेशा मार्गदर्शन एवीएन आशीर्वाद मिल रहा है, उसके लिए पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं।"
सर्व आदिवासी समाज से लड़ेंगे चुनाव
बता दें कि, कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने AICC और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजा है। आने वाले दिनों में सर्व आदिवासी समाज से चुनाव लड़ने के आसार है। वहीं, 4 बार के सांसद अरविंद नेताम इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव सरकार में मंत्री रहे हैं। 1996 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी और फिर 1998 में कांग्रेस में लौट आए थे।